नई दिल्ली। 40 दिनों तक केस की मैराथन सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच ने ऐतिहासिक अयोध्या जमीन विवाद मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। उम्मीद की जा रही है इस मामले में 4 नवंबर से 17 नवंबर के बीच फैसला आ सकता है क्योंकि सीजेआई गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। अयोध्या मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद मीडिया से बातचीत में हिंदू महासभा के वकील वरुण सिन्हा ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया है और स्पष्ट किया है कि इस मामले में 23 दिनों के भीतर फैसला आएगा। केशवानंद भारती केस के बाद अयोध्या जमीन विवाद का मामला सुप्रीम कोर्ट के इतिहास में सबसे ज्यादा दिनों तक सुनवाई वाला मामला है। केशवानंद भारती मामले में सुप्रीम कोर्ट में 68 दिनों तक सुनवाई हुई थी, जबकि अयोध्या मामले में 40 दिनों तक सुनवाई हुई। तीसरे नंबर पर आधार की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाएं हैं, जिन पर 38 दिनों तक सुनवाई हुई थी। अयोध्या विराजमान जमीन विवाद में मामले की सुनवाई करने वाली दिया एम्स अभिनेत्री गुल पनाग के
संवैधानिक बेंच में सीजेआई गोगोई के अलावा 4 के अन्य जज हैं- जस्टिस शरद अरविंद बोबडे, जस्टिस पर अशोक भूषण, जस्टिस डी। वाई। चंद्रचूड और जस्टिस एस। अब्दुल नजीर। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता के लिए जस्टिस (रिटायर्ड) एफएम कलीफुल्लाह की अगुआई वाले 3 जमीन सदस्यीय मध्यस्थता पैनल का गठन किया था। रही मध्यस्थता प्रक्रिया नाकाम होने के बाद सुप्रीम कोर्ट समय ने 6 अगस्त से डे-टु-डे यानी दैनिक आधार पर फैसला सुनवाई (सप्ताह में 5 दिन) शुरू की। गोगोई सुप्रीम कोर्ट में इलाहाबाद हाई कोर्ट के 2010 आधिकारिक के फैसले के खिलाफ 14 याचिकाएं दाखिल हुई थी, थाजिन पर अब फैसले का इंतजार है। हाई कोर्ट ने 30 विवाद सितंबर 2010 को विवादित 2.77 एकड़ जमीन को ने सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और राम लला किया विराजमान के बीच बराबर-बराबर बांटने का आदेश मामले दिया था। शीर्ष अदालत ने मई 2011 में हाई कोर्ट फैसला बौद्ध सर्किट टुरिस्ट के फैसले पर रोक लगाने के साथ विवादित स्थल पर यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था। अब निर्णय का समय, मख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने विदेश यात्रा स्थगित की अयोध्या में राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद जमीन विवाद में 16 नवम्बर को सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई पूरी हो गई है और अब इसमें निर्णय का समय है। जानकारी है कि 17 नवंबर से पहले फैसला आ जाएगा। इस बीच मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने अपनी विदेश यात्रा स्थगित कर दी है। उन्हें आधिकारिक कार्यक्रमों में शामिल होने विदेश जाना था। सूत्रों ने बुधवार को बताया कि अयोध्या जमीन विवाद मामले में पीठ का नेतृत्व करने वाले गोगोई ने कुछ अनिवार्य कार्यों के चलते विदेश यात्रा को रद्द किया है। गोगोई के नेतृत्व वाली पीठ ने अयोध्या मामले में बुधवार को सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया है। पंजाब